About Us
प्रियवर,
आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि बृज क्षेत्र के प्रमुख नगरी वृन्दावन एवं गोवर्धन धाम की परिक्रमा मार्ग की गन्दगी को देखते हुए मथुरा के कुछ प्रतिष्ठित व समाजसेवियों द्वारा विगत दो वर्ष पूर्व मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष सम्माननीय श्री नागेन्द्र प्रताप जी की अध्यक्षता में ‘उज्ज्वल बृज‘ नाम की संस्था का गठन कर अक्षय तृतीया के दिन वृन्दावन एवं गोवर्धन परिक्रमा मार्ग की सफाई कार्य प्रारम्भ किया गया।

उद्देश्य
इस संस्था का उद्देश्य वृन्दावन एवं गोवर्धन क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं व परिक्रमार्थियों को परिक्रमा मार्ग में होने वाली गन्दगी से निजात देना है। संस्था को मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा सफाई के लिए दो टैम्पू व 25 रिक्शे संस्था को प्रदान किये गये। साथ ही सम्पूर्ण परिक्रमा मार्ग में कूडेदान लगवाये गये, जिससे कि परिक्रमार्थी अपने कूडे को कूडेदान में डाल सके व परिक्रमा में होने वाली गन्दगी पर काबू पाया जा सके। संस्था ने प्रारम्भ में 30 कर्मचारियों की मदद से दिन-रात एकजुट होकर परिक्रमा मार्ग में सफाई कार्य प्रारम्भ किया। कार्य को देखने के पशचात् संस्था के सम्मानित सदस्य भी समय-समय पर आकर स्वच्छता अभियान में अपनी सहभागिता देते रहे। कुछ सदस्यों द्वारा संस्था को आर्थिक मदद प्रदान की, तो कुछ सदस्यों द्वारा संस्था का स्वच्छता अभियान में शामिल होकर मनोबल बढाया।
संस्थापना
संस्था ने जून 2015 में कार्य प्रारम्भ किया था कि उसी समय अधिक मास व वृन्दावन एवं गोवर्धन का लक्खी मेला कहा जाने वाला मुडिया पूर्णिमा मेला में 24 घण्टे सेवायें देकर मेले को बडी ही सकुशलता से सम्पन्न कराया, जिसमें हर वर्ष ग्राम पंचायतों के सफाई कर्मचारी व अन्य विभागों के सफाई कर्मचारी लगाये जाते थे। वह कार्य अकेले ‘उज्ज्वल बृज‘ संस्था ने कर मण्डलायुक्त महोदय आगरा द्वारा मुडिया पूर्णिमा मेला 2016 का प्रशस्ति पत्र हासिल किया।
संस्था ने गिरिराज तलहटी में लगी लोहे की रैलिंग के सहारे वृह्द वृक्षारोपण मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण की मदद से कराया, जो कि आज गिरिराज तलहटी को सुन्दरता प्रदान कर रहे हैं। कार्य को देखते हुए वृक्षों में पानी संचित करने के लिए मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा एक ट्रैक्टर, पानी का टैंकर, व एक ट्राली संस्था को प्रदान किया। साथ ही मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व संस्था के अध्यक्ष श्री चन्द्रप्रकाश सिंह जी द्वारा सफाई कार्य के लिए एक टैम्पू और प्रदान किया गया।
संस्था के सभी पदाधिकारियों ने गिरिराज तलहटी के वृक्षारोपण के कार्य के परिणाम देखते हुए सम्पूर्ण परिक्रमा मार्ग में हरियाली करने के लिए दृढ संकल्पित होकर 1000 वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा, जिसमें उनकी सुरक्षा हेतु अत्याधुनिक तरीके के 500 ट्री गार्ड संस्था द्वारा तैयार कराये गये और सम्पूर्ण परिक्रमा मार्ग में कृष्कालीन समय के कदम्ब, तमाल, पीपल, बरगद एवं छायादार वृक्ष 2016 के मानसून के पहले लगाकर वृक्षारोपण कार्य किया गया।
संस्था द्वारा बरसाना की विश्व प्रसिद्ध लठामार होली व श्रीराधाष्टमी पर संस्था के उपाध्यक्ष व उपजिलाधिकारी गोवर्धन श्री राजेश कुमार जी के अनुरोध पर सफाई सेवा देकर वहां के नगर पंचायत अध्यक्ष श्री बलराज चैधरी द्वारा सम्पूर्ण टीम को सम्मानित किया गया तथा ‘उज्ज्वल बृज‘ के कर्मचारियों की सेवाओं की सराहना करते हुए अपने कर्मचारियों को भी ऐसी ही सेवायें देने के लिए ‘उज्ज्वल बृज‘ से सीख लेने के लिए आदेशित किया, तथा जिलाधिकारी श्री राजेश कुमार जी व वरिष्ठ पुलिस अद्यीक्षक श्री राकेश कुमार सिंह जी ने ‘उज्ज्वल बृज‘ के साथ सफाई कार्य कर अपनी सेवायें प्रदान करते हुए ‘उज्ज्वल बृज‘ के कार्यों की सराहना की।
संस्था द्वारा सफाई कार्य नियमित रूप से वृन्दावन एवं गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में किया जा रहा है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए नगर पंचायत राधाकुण्ड के चेयरमैन प्रतिनिधि श्री दाऊजी शर्मा द्वारा राधाकुण्ड स्थित पौराणिक शिवोखर कुण्ड (शिवकुण्ड) का सौन्दर्यीकरण करने का अनुरोध संस्था के सचिव महोदय से किया। संस्था की टीम द्वारा मौके का निरीक्षण किया गया, तो 05 एकड के एक तालाबनुमा जगह पर नगर पंचायत राधाकुण्ड का डलाव घर बना हुआ था, और उसमें शूअर व आवारा पशु विचरण कर रहे थे, तथा नालियों का गन्दा पानी उसी स्थान पर बह रहा था। संस्था ने नगर पंचायत राधाकुण्ड के अनुरोध को स्वीकार करते हुए संस्था के अध्यक्ष महोदय से अनुमति प्राप्त कर 29 मई 2016 से कुण्ड के सौन्दर्यीकरण का कार्य प्रारम्भ किया गया। जिसमें संस्था के वरिष्ठ संस्थापक सदस्य व जी.एल. बजाज ग्रुप के चेयरमैन श्री रामकिशोर अग्रवाल जी द्वारा एक माह के लिए एक जे.सी.बी., एक ट्रैक्टर व अपनी लेवर देकर संस्था का काफी सहयोग किया, तथा बैरीवाल गु्रप के चेयरमैन श्री अशोक बैरीवाल जी द्वारा भी कुछ दिनों के लिए एक जे.सी.बी. प्रदान की, तथा मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण की जे.सी.बी. ने भी एक माह के लिए अपनी सेवायें प्रदान की, तथा 45 ट्रैक्टर भाडे के लेकर कार्य किया गया। जिसमें संस्था द्वारा सफाई व खुदाई करने के पश्चात् कुण्ड के चारों तरफ वृक्षारोपण किया गया व खुदाई में निकली मिट्टी को परिक्रमा मार्ग में बिछाकर परिक्रमार्थियों को सुगमता का रास्ता प्रदान किया गया, तथा खुदाई के बाद कुण्ड में सोलह फीट पानी भर गया। उसके बाद कुण्ड के पानी को स्वच्छ रखने के लिए करीब 01 लाख मछलियां डाली गयीं हैं एवं नगर पंचायत राधाकुण्ड द्वारा कुण्ड के चारों तरफ सुन्दर बाउण्ड्रीवाल करा दी गयी है, और संस्था इसके बाद उसको और सुन्दरता प्रदान करने का कार्य करेगी। संस्था के कार्य को देखने के लिए समय-समय पर प्रशासनिक अधिकारी व मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री भी पधारे थे। जिन्होंने संस्था के कार्यों को इतनी कम लागत में इतना बडा काम करने के लिए काफी सराहना की थी। जिसमें दैनिक जागरण का भी अहम योगदान रहा, जो कि समय-समय पर संस्था के कार्यों को अपने अखबार के माध्यम से प्रकाशित कर जनता तक पहुँचाया। बता दें कि यह कुण्ड इम्फाल मणिपुर, नागालैण्ड के लोगों का आस्था का केन्द्र है। इस कुण्ड में संस्था की कुल लागत 05.48 लाख रूपये आयी थी। जिसमें हमारे संस्था के सदस्य एम.आर. ग्रुप के निदेशक श्री सुनील अग्रवाल जी व एक्वा प्लम्बर ग्रुप के निदेशक देवेन्द्र चैधरी जी ने भी 01-01 लाख रूपये का आर्थिक सहयोग प्रदान किया था।
गोवर्धन परिक्रमा मार्ग स्थित दानघाटी मन्दिर पर चढने वाले सिंथैटिक दूध को पाइप लाइन के रास्ते बडी परिक्रमा मार्ग स्थित एक कुँए में डाला जाता था और वहां पर दूध सडने के बाद इतनी दुर्गन्ध आती थी कि वहां से परिक्रमार्थियों को निकलने में भारी परेशानी का सामना करना पडता था, लेकिन मन्दिर प्रशासन द्वारा कोई भी उस दूध के कुँए से दुर्गन्ध हटाने की कभी कोई कोशिश नहीं की, जबकि मन्दिर में प्रतिदिन लाखों रूपये का श्रद्धालुओं द्वारा चढावा आता है। और उन्हीं श्रद्धालुओं को उसी दुर्गन्ध में होकर गुजरना पडता था। जिला प्रशासन के अनुरोध पर संस्था ने उस कुँए की सफाई का कार्य प्रारम्भ किया, तो आस-पडोस में रहने वाले व्यक्ति भी उस दुर्गन्ध से दुःखी होकर दो दिन के लिए पलायन कर गये, लेकिन संस्था के कर्मचारियों ने अपने साहस का परिचय देते हुए जे.सी.बी. व सीवर जैटिंग की मदद से वह कार्य भी बडी ही सफलता से सम्पन्न किया, तथा वहां से 1 किमी. दूरी पर बने कच्चे कुण्ड की नाली को भी 05 फीट की गहराई तक साफ कर वहां की दुर्गन्ध को खत्म किया गया। वहां के स्थानीय निवासियों द्वारा बताया गया कि जबसे यह कुँआ व नाली बनी है, तबसे आज तक इसकी सफाई नहीं की गई है, और वह कार्य संस्था ने बहुत की कम संसाधनों व कर्मचारियों की मदद से किया।
मथुरा में रिफाइनरी के पास बनी कांशीराम आवासीय काँलोनी में सफाई न होने के कारण हैजा बीमारी फैलने से एक आँगनबाडी कार्यकत्री व तीन बच्चों की मौत हो गई थी। प्रषासनिक व्यवस्थाऐं फेल होने पर तत्कालीन जिलाधिकारी श्री राजेश कुमार जी व आगरा मडण्लायुक्त श्री प्रदीप भटनागर जी के अनुरोध पर कांशीराम आवासीय काँलोनी में सफाई कार्य किया, जिसमें नालियों और सीवर की सफाई न होने के कारण ऐसी अव्यवस्था फैली थी। जिसमें दिन-रात लगकर संस्था के कर्मचारियों द्वारा पीने के पानी की टंकी की सफाई व समस्त कांशीराम काँलोनी के परिसर में सफाई कार्य किया गया।
बृजधाम नगरी के प्रमुख तीर्थ श्रीधाम वृन्दावन में माननीय न्यायालय एन.जी.टी. द्वारा जिलाधिकारी महोदय व अधिषासी अधिकारी नगर पालिका परिषद वृन्दावन पर सापेक्ष जुर्माना लगाया गया था। तब जिलाधिकारी महोदय के अनुरोध पर वृन्दावन में सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में सम्पूर्ण पंचकोसीय परिक्रमा मार्ग में सफाई कार्य कर वृन्दावन नगर पालिका को नई दिशा प्रदान की।
उ.प्र. सरकार द्वारा छटीकरा से प्रेम मन्दिर वृन्दावन तक व प्रेम मन्दिर सौ फुटा रोड से चेतन्य विहार ओवरब्रिज मथुरा रोड तक साइकिल ट्रैक का निर्माण किया गया है, लेकिन उनकी साफ-सफाई की सरकार द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है। संस्था के अध्यक्ष महोदय के आदेशानुसार वहां पर भी संस्था द्वारा समय-समय पर सेवायें प्रदान की जाती रहीं हैं। इसी तरीके से मथुरा में टैंक चैराहे से दीनदयाल उपाध्याय काॅलेज तक भी साइकिल ट्रैक पर संस्था द्वारा समय-समय पर स्वच्छता कार्य किया गया है।
वृन्दावन एवं गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में परिक्रमार्थियों व श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा तीन जनसुविधा केन्द्रों का निर्माण किया गया है, जिसमें श्रद्धालुओं के लिए षौचालय, स्नानागार, भण्डारा स्थल, आर.ओ. वाटर, अल्पाहार केन्द्र की व्यवस्था की गई है। जिनको 31 दिसम्बर 2016 से ‘उज्ज्वल बृज‘ संस्था द्वारा संचालित किया जा रहा है। जिनमें यात्रियों की सुविधार्थ संस्था द्वारा बडे-बडे पार्कों का निर्माण, पंखों की व्यवस्था, ठण्डे पानी हेतु वाटर कूलर की व्यवस्था भी की गई है।
इसके अलावा संस्था के संस्थापक सदस्य व जी.एल.ए. यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री नारायण दास अग्रवाल जी के आदेषानुसार जी.एल.ए. यूनिवर्सिटी की टीम माह में दो बार अपनी सेवाऐं प्रदान करती है। चाहे वो परिक्रमा की इण्टरलाँकिंग सडक हो या डिवाइडर, उसकी मरम्मत करना, पेडो की कटिंग, दवा लगाना, पानी लगाना व उनके पेण्टर द्वारा परिक्रमार्थियों को जागरूक करने के लिए जगह-जगह स्लोगन लिखना व अपनी चित्रकारी द्वारा परिक्रमा में लगे वृक्षों पर उकेर कर परिक्रमार्थियों को भक्ति के लिए आकर्शित करना प्रमुख सेवायें चल रही हैं।
के.डी. मेडीकल काँलेज द्वारा परिक्रमा मार्ग में परिक्रमार्थियों को चुभने वाली गिट्टियों से निजात दिलाने के लिए जून 2016 में अपनी एक टीम व ट्रैक्टर, रूटावेटर, जेसीबी सहित कार्य में लगाया और एक-एक कंकड को बीन कर व संस्था द्वारा परिक्रमा मार्ग में रेतीली मिट्टी डालकर भक्तों के लिए सुगमता का रास्ता तैयार किया। के.डी. मेडीकल काँलेज मुडिया पूर्णिमा का मेला हो, बरसाना की लठामारा होली या अन्य कोई भी संस्था द्वारा सेवा कार्य के लिए अनुरोध किया जाता है, तो मेडीकल के चेयरमैन महोदय द्वारा सहज रूप से स्वीकृति प्रदान कर सेवायें प्रदान की जाती रहीं हैं।